Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
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अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
हनुमान चालीसा लिरिक्स
सुबह shiv chalisa lyricsl जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
On Trayodashi (13th day from the dark and shiny fortnights) 1 must invite a pandit and devotely make offerings to Lord Shiva. Individuals that speedy and pray to Lord Shiva on Trayodashi are constantly healthy and prosperous.
संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥